वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में चिली की भागीदारी अहम

 

नई दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भारत के दौरे पर आए चिली के विदेश मंत्री अल्बर्टो वैन क्लावेरेन के साथ बुधवार को भारत-चिली संयुक्त आयोग की दूसरी बैठक की सह-अध्यक्षता की। इस दौरान जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के पास चर्चा करने के लिए काफी कुछ है।

चिली के अपने समकक्ष का स्वागत करते हुए जयशंकर ने कहा हम वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट में चिली की भागीदारी को बहुत महत्व देते हैं। हमने आपके राष्ट्रपति को सुना; उन्होंने अगस्त में समिट में बहुत कुछ खास बात बोली। सुरक्षा परिषद में हमारी स्थायी सदस्यता के लिए आपके समर्थन के लिए भी हम आपको बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं। नवंबर 2023 में व्यापार एवं आर्थिक मंत्रियों की बैठक में आपकी अपनी भागीदारी भी कुछ ऐसी है, जिसकी हम बहुत सराहना करते हैं। मुझे लगता है कि आज हमारे पास चर्चा करने के लिए काफी कुछ है।

वहीं दूसरी ओर चिली के विदेश मंत्री ने भारत को एक बहुत ही महत्वपूर्ण साझेदार बताते हुए व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) के लिए द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा भारत चिली के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण भागीदार है। हम भारत के विकास, संस्कृति और सभ्यता की प्रशंसा करते हैं। हम सोचते हैं कि भारत के साथ हमारे संबंधों को विस्तार देने, भारत के साथ हमारे संबंधों को आर्थिक और राजनीतिक दोनों ही संदर्भ में मजबूत करने की काफी संभावना है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा चिली लैटिन अमेरिकी क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख साझेदार है। मंत्री क्लावेरेन की यात्रा दोनों पक्षों को द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करने और सहयोग के नए रास्ते तलाशने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। (रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

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