विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों को स्किल्ड बनाएं: आनंदीबेन पटेल

  • एकेटीयू का 22वां दीक्षांत राज्यपाल अध्यक्षता में धूमधाम से मनाया गया 
  • समारोह में कुल 47,269 उपाधियों का किया गया वितरण
  • राज्यपाल ने राजभवन की ओर से स्कूली छात्रों हेतु 200 पुस्तक व पाठ्य सामग्री वितरित किया


लखनऊ ब्यूरो। राज्यपाल व राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में मंगलवार को डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय लखनऊ का 22वाँ दीक्षांत समारोह धूमधाम से मनाया गया। समारोह में कुल 47,269 उपाधियों का वितरण किया गया। समारोह में कुल 91 पदक वितरित किये गये जिसमें 37 स्वर्ण पदक, 27 रजत पदक व 25 कांस्य पदकों का वितरण राज्यपाल द्वारा किया गया। 34 छात्रों ने एवं 57 छात्राओं ने पदक प्राप्त किये। शोध के लिए 46 शोधार्थी विद्यार्थियों ने उपाधि प्राप्त की। कार्यक्रम में 06 स्टार्ट अप अवार्ड भी वितरित किया गया। दीक्षांत समारोह के अवसर पर राज्यपाल द्वारा बटन दबाकर 47,269 उपाधियों को डिजिलॉकर में अपलोड किया गया। राज्यपाल ने उपाधि, पदक प्राप्त करने वाले छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए सभी को दीक्षांत समारोह की शुभकामनाएं दी।

समारोह में राज्यपाल ने डॉ अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देते हुए उपाधि एवं पदक प्राप्तकर्ता विद्यार्थियों को भविष्य का निर्माता एवं देश का कर्णधार बताया। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं अपने अर्जित ज्ञान से दुनिया में स्वयं को सिद्ध करें तथा अपने बुद्धिमत्ता, विचार और नेतृत्व से विकास की नई गाथाएं लिखें। राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र की युवा शक्ति पर भरोसा बताते हुए कहा कि उनका लक्ष्य आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करना है, अतः वर्ष 2047 तक विकसित भारत अभियान का सपना साकार करने में युवा अपनी भागीदारी का निर्वाह करें। उन्होंने इस वर्ष प्रस्तुत बजट में कौशल विकास, रोजगार, नवाचार और स्टार्टअप्स के लिए विशेष प्रावधान किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे भारत को विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।

अपने संबोधन में राज्यपाल ने सभी तकनीकी एवं प्राविधिक क्षेत्र के विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थानों से विद्यार्थियों को स्किल्ड बनाने हेतु अपील की। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी सूचना, संचार, प्रौद्योगिकी, विज्ञान तकनीक, वैश्वीकरण और आर्थिक उदारीकरण का युग है जहां विश्व अनंत संभावनाओं की ओर आगे बढ़ रहा है। कुलाधिपति ने कहा कि कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा पर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग, डाटा साइंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक एविएशन आदि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने शोध एवं नवाचार, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़े उत्कृष्ट कार्य करने हेतु विश्वविद्यालय की सराहना की। उन्होंने इस अवसर पर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान तथा ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की। विश्वविद्यालय परिसर में राज्यपाल द्वारा कल्पवृक्ष का पौध रोपण भी किया गया।

दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि एमजी मोटर इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करें, दूसरों का सम्मान करें तथा समानता की भावना के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में लोगों में आपसी संवाद होना जरूरी है। उन्होंने विद्यार्थियों को आपसी समन्वय तथा सहिष्णुता से कार्य करने हेतु प्रेरित किया। राजीव चाबा ने इस संदर्भ में अपने अनुभवों को विद्यार्थियों से साझा किया।

कार्यक्रम में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने उपाधि एवं पदक प्राप्त करने पर विद्यार्थियों को बधाई देते हुए विश्वविद्यालय के शोध एवं नवाचार में उत्कृष्ट कार्य करने पर खुशी जाहिर की और कहा कि हाई स्कूल तथा इंटर के बाद तकनीकी शिक्षा की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्हांने कहा कि आज प्रदानित डिग्री तकनीकी शिक्षा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।
इस अवसर पर कुलाधिपति द्वारा विश्वविद्यालय के अध्यापकों द्वारा रचित पुस्तकों का विमोचन किया गया तथा राजभवन की तरफ से विभिन्न स्कूल के छात्रों को 200 पुस्तक व पाठ्य सामग्री वितरित किए गए। श्री राम औद्योगिक अनाथालय, बेसिक विद्यालय मिर्जापुर व बेसिक विद्यालय जुग्गौर आदि के बच्चों को राज्यपाल द्वारा बैग व पोषण किट वितरित किया गया। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए 12 गांव के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों के बच्चों के बीच पूर्व आयोजित विविध प्रतियोगिताओं में उच्च स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय द्वारा विश्वविद्यालय की वार्षिक प्रगति आख्या प्रस्तुत की गयी। इस अवसर पर झलक जैन को कुलाधिपति पदक से सम्मानित किया गया तथा बैंक ऑफ बड़ौदा के सौजन्य से राज्यपाल द्वारा 31 हजार रू का चेक भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुल सचिव, स्थानीय अतिथि, विश्वविद्यालय कार्यपरिषद एवं विद्या परिषद के सदस्य, अधिकारी एवं शिक्षक तथा विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहे।

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