मुख्यमंत्री ने स्मृतिका युद्ध स्मारक पर पुष्प गुच्छ अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी

  • कारगिल युद्ध के शहीदों की वीर नारियों, युद्ध नायकों को सम्मानित किया 
  • भारत ने कभी भी किसी पर जबरन एकाधिकार करने का प्रयास नहीं किया: मुख्यमंत्री

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सेन्ट्रल कमाण्ड में कारगिल विजय दिवस के रजत जयन्ती समारोह के अवसर पर सूर्या ऑडिटोरियम में प्रदेशवासियों को कारगिल विजय दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत दुनिया का ऐसा देश है जिसने कभी भी किसी पर जबरन एकाधिकार करने का कभी प्रयास नहीं किया। बल, बुद्धि, विद्या में सिरमौर रहे भारत ने जबरन एकाधिकार का एक भी उदाहरण प्रस्तुत नहीं किया है। लेकिन जब भी किसी आक्रांता ने हमारी शान्ति, सद्भावना का दुरूपयोग करने का दुस्साहस किया तो भारत माता के बहादुर जवानों ने सदैव मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करते हुए किसी प्रकार की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। आजादी के बाद हर युद्ध में हमारे बहादुर जवानों ने देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने अदम्य साहस और शौर्य का परिचय दिया है।

इससे पूर्व सीएम योगी ने स्मृतिका युद्ध स्मारक पर पुष्प गुच्छ अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी तथा आगन्तुक पुस्तिका में अपने हस्ताक्षर अंकित किये। उन्होंने सूर्या ऑडिटोरियम में कारगिल युद्ध के शहीदों की वीर नारियों तथा युद्ध नायकों को सम्मानित किया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने और भारत को दुनिया की एक बड़ी ताकत बनाने की ओर हम बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी सीमाएं सुरक्षित हैं। हमारे बहादुर जवान दिन-रात, विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं। भारत की परम्परा रही है कि ‘शस्त्रेण रक्षिते राष्ट्रे शास्त्र चिंता प्रवर्तते’ अर्थात शस्त्र से रक्षित राष्ट्र ही शास्त्र चिन्तन के माध्यम से समृद्धि के मार्ग पर आगे बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान ने घुसपैठ करके छद्म रूप से कारगिल युद्ध को भारत पर थोपने का कार्य किया था। कारगिल युद्ध मई, 1999 में आरम्भ हुआ और 26 जुलाई, 1999 मंे तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने इस युद्ध को विजय दिवस के रूप में घोषित करते हुए भारत के बहादुर जवानों को नमन किया था। कारगिल युद्ध में उत्तर प्रदेश के कई जवान शहीद हुए। परमवीर चक्र विजेता स्व कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय, मेजर रितेश शर्मा, लांस नायक केवलानन्द द्विवेदी, राइफलमैन सुनील जंग जैसे नामों की एक लम्बी श्रृखंला है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपना सर्वस्व न्यौछावर किया। परमवीर चक्र विजेता योगेन्द्र सिंह यादव के शौर्य एवं पराक्रम को कोई नहीं भूल सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भारत की सीमाओं की सुरक्षा करने वाले बहादुर जवानों के साथ सदैव खड़ी है और आवश्यकतानुसार उनका हर सम्भव सहयोग भी करेगी।

कार्यक्रम के दौरान कर्नल क्षितिज श्रीवास्तव ने कारगिल युद्ध से जुड़े अपने संस्मरण साझा किये। कारगिल युद्ध से जुड़ी एक लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। इस अवसर पर सेन्ट्रल कमाण्ड के जनरल ऑफिसर कमाण्डिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल ए सेनगुप्ता, सेना के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, सैन्य कार्मिक व उनके परिजन उपस्थित थे।

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