चीनी विदेश मंत्री से जयशंकर की मुलाकात, समझौतों का सम्मान सुनिश्चित करने पर जोर

वियनतियाने। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को लाओस के वियनतियाने में आसियान विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर अपने चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की। इस दौरान जयशंकर ने द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर करने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) और पिछले समझौतों का पूर्ण सम्मान सुनिश्चित किए जाने की जरूरत पर जोर दिया। इस महीने दूसरी बार मिले दोनों नेताओं ने सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिए जाने की आवश्यकता पर भी सहमति व्यक्त की।

इस मुलाकात के बाद जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया आज वियनतियाने में सीपीसी पोलित ब्यूरो के सदस्य और विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। हमारे द्विपक्षीय संबंधों के बारे में चल रही चर्चाओं को जारी रखा। सीमा की स्थिति का असर हमारे संबंधों की स्थिति पर अवश्य पड़ेगा। डिसइंगजमेंट (सीमा से सैनिकों को पीछे हटाना) प्रक्रिया को पूरा करने के लिए मजबूत मार्गदर्शन देने की आवश्यकता पर सहमति हुई। एलएसी और पिछले समझौतों का पूरा सम्मान सुनिश्चित करना चाहिए। हमारे संबंधों को स्थिर करना हमारे आपसी हित में है। हमें तात्कालिक मुद्दों को उद्देश्य और तत्परता की भावना के साथ देखना चाहिए।

जयशंकर और वांग यी इस महीने की शुरुआत में कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के मौके पर मिले थे। तब दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और इनका पुनर्निर्माण करने के लिए पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर शेष मुद्दों का शीर्घ समाधान खोजने पर विचारों का गहन आदान-प्रदान किया था। बता दें कि मई 2020 से भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच गतिरोध बना हुआ है। हालांकि दोनों पक्ष टकराव वाले कई बिंदुओं से पीछे हटे हैं और दोनों देशों के बीच सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के लिए बातचीत का दौर जारी है। (रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

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